<p><strong>About the book:</strong><br>यह पुस्तक आधारित है ग्यारह कहानियों पर जो अलग विषय पर आधारित है एक ओर जहां कुसुमदी एक ओर महिलाओं के सरल हृदय व करुणामयी रूप को दिखाता है वही।समाज में व्याप्त बुराईयों से लड़नें वाली विरागंना रूप को भी दर्शाता है । वहीं दूसरी ओर मेरी दूसरी कहानियों के माध्यम से कुछ ना कुछ संदेश समाज पर जा छोटी दीदी ,जीजाजी, सके ऐसा मेरा प्रयास रहा है। मेरे इस प्रयास में मेरे परिवार के प्रत्येक सदस्य का कुछ ना कुछ महत्वपूर्ण सहयोग अवश्य ही रहा है। प्रिय पाठकों आपका आशीर्वाद तो खैर मेरे लिए अनमोल हैं ही है,जिसके बिना तो मैं अपनी लेखनी चला ही सकता हूँ । ऐसा ही स्नेह व आशीर्वाद बना रहेगा धन्यवाद हिमांशु पाठक ।<br></p>